tag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post1643849348973442868..comments2024-03-20T04:41:20.219-07:00Comments on कथा-कहानी: मौत के बाद गिरिजा कुलश्रेष्ठhttp://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-91605092939921426382015-09-19T17:03:26.612-07:002015-09-19T17:03:26.612-07:00प्रिय विकास ,
लगता है मेल पर भेजा गया उत्तर आपको ...प्रिय विकास , <br />लगता है मेल पर भेजा गया उत्तर आपको नही मिला . खैर ..मुझे खुशी है कि मेरी रचनाओं का एक ऐसा प्रबुद्ध पाठक भी है जो न केवल गहराई से उन्हें पढ़ता है बल्कि उन पर सवाल भी उठाता है . आपके सवालों के जबाब मैंने दिये हैं और भी हों तो जरूर कहें मुझे और भी सोचने समझने का मौका मिलेगा . पढ़ने के प्रति आपकी लगन सचमुच प्रशंसनीय है .गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-88758917085900664442015-09-19T13:37:10.498-07:002015-09-19T13:37:10.498-07:00आपकी कथा कहानी की सभी रचनाएँ बहोत पहले पढ लीं सभी ...आपकी कथा कहानी की सभी रचनाएँ बहोत पहले पढ लीं सभी पर अपनी उपस्थिति भी दर्ज की है एक आध पर आपके बेटे को आपसे लडना है कृपया समय निकाल के जरूर देखेंविकास कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15504866920850217760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-38880572218610144752015-09-18T10:14:14.067-07:002015-09-18T10:14:14.067-07:00आप सबका धन्यवाद आप सबका धन्यवाद गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-54548038779749071662015-09-18T09:18:39.303-07:002015-09-18T09:18:39.303-07:00सकारात्मक रचना की प्रस्तुति।सकारात्मक रचना की प्रस्तुति।जमशेद आज़मीhttps://www.blogger.com/profile/11287629940299269280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-62855206158276931002015-09-18T06:16:40.184-07:002015-09-18T06:16:40.184-07:00सच किसी समस्या से मुहं मोड़ लेने से वह हल नहीं हो ज...सच किसी समस्या से मुहं मोड़ लेने से वह हल नहीं हो जाती। बहुत बढ़िया कथा प्रस्तुति हेतु धन्यवाद!<br />श्री गणेश चतुर्थी की मंगलकामनाएं! कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-48501125117311807432015-09-15T05:29:53.241-07:002015-09-15T05:29:53.241-07:00गिरिजा जी सकारात्मक सोच की कहानी .गिरिजा जी सकारात्मक सोच की कहानी .http://bal-kishor.blogspot.com/https://www.blogger.com/profile/11252918558633202477noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-10686369646337798382015-09-04T04:01:15.183-07:002015-09-04T04:01:15.183-07:00आप के विचारों का हृदय से सम्मान करती हूँ . मुझे बह...आप के विचारों का हृदय से सम्मान करती हूँ . मुझे बहुत खुशी हुई आपके विचार व रचनाएं पढ़कर . मुझे निष्पक्ष आलोचना की हमेशा प्रतीक्षा रहती है . आपका स्वागत है . गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-29276981924422256062015-09-03T12:28:06.469-07:002015-09-03T12:28:06.469-07:00मैं बस नायिकत्व का तत्व जो अमूमन हमें देखने को मिल...मैं बस नायिकत्व का तत्व जो अमूमन हमें देखने को मिलता है वो खोजने लगा था हो सके तो इस कहानी को आगे बढाएँ खैर उम्र के पच्चीसवें वर्ष में जिन्दगी की तमाम बारिकियों से अनछुआ हूँ मगर फिर भी एक उम्र गुजार आया हूँ एक उम्र के वास्ते....क्रमश:विकास कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15504866920850217760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-10150562618769255072015-09-03T05:15:58.823-07:002015-09-03T05:15:58.823-07:00विकास जी बहुत अच्छा लगा जो आपने कहानी घ्यान से पढ़...विकास जी बहुत अच्छा लगा जो आपने कहानी घ्यान से पढ़ी और अपने मौलिक विचार रखे . आपके विचार अपनी जगह तो सही है लेकिन पहली बात तो यह है कि बदलने के लिये नए रास्ते पर जाना जरूरी नही . नए रास्ते कई बार बड़ी विसंगतियाँ उत्पन्न कर देते हैं . दूसरी बात जो कमीज से पाँव ढँक लेने तक का हौसला रखते हैं दरअसल वे ही सफर को जीवटता के साथ पूरा करते हैं . खैर ...<br /> विकास जी यह कहानी जीवन और परिवार की कहानी है .एक अलग स्कूल की कहानी है जहाँ रिश्तों के लिये संघर्ष और विद्रोह की जगह भावनात्मक समझौते होते हैं .और यह हमारे समाज का बड़ा सच है आज भी .बेशक यह कोई निन्दनीय बात नही है . इसे कैसे नकार सकते हैं . मैं यह नही कहती कि स्त्री को ही दबना या सहना चाहिये लेकिन अनावश्यक और छोटी छोटी बातों को आत्मसम्मान का मुद्दा बनाकर कमान तानना बिखराव लाता है और उसमें सबसे पहले स्त्री ही बिखरती है .<br />साहित्य में वे कहानियाँ भी हैं जहाँ स्त्री स्वतंत्रता व स्वाभिमान के नाम पर विद्रोह करती है . पुरुष बदलती है . पर ऐसा सभी जगह तो नही है न . फिर यह सिर्फ सपना है .कहानी में सिर्फ मैंने यह कहने की कोशिश की है कि मृत्यु जीवन से बड़ी नही है तभी तो नायिका आँख खुलने पर आश्वस्त होती है . आगे बदलेगी या नही यह तो बाद की बात है . कहानी से इसका कोई लेना देना नही है .<br />आप सर्द रात और एक पूरी जिन्दगी या मेरी अन्य कहानियाँ भी पढ़ें .उनमें आपको अलग कथ्य मिलेंगे .<br />गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-44983834383811064172015-09-02T09:41:57.484-07:002015-09-02T09:41:57.484-07:00जब लगा कि कहानी को जीने वाली नायिका सपने से उठ कर ...जब लगा कि कहानी को जीने वाली नायिका सपने से उठ कर खुद से सवाल करेगी, अपने स्वाभिमान के लिए लडेगी ,तब निराश हुआ ये जानकर कि नायिका अब तैयार है परिस्थितयों को स्वीकार करने के लिए न कि उन्हें बदलने के लिए वो नए रास्ते पे नहीं जाएगी क्यूँ पुराने पे किसी और का अधिकार हो जाएगा<br />कमीज न हो तो पाँओं से पेट ढँक लेगें<br />ये लोग कितने मुनासिब हैं इस सफर के लिएविकास कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15504866920850217760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-76511217632632987202015-08-27T10:31:45.597-07:002015-08-27T10:31:45.597-07:00अच्छी कहानी...........
http://savanxxx.blogspot.in...अच्छी कहानी...........<br />http://savanxxx.blogspot.inAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/16758905606510875826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-59721364790959950952015-08-16T04:41:58.343-07:002015-08-16T04:41:58.343-07:00 दिल को छूती बहुत सुन्दर और भावपूर्ण कहानी दिल को छूती बहुत सुन्दर और भावपूर्ण कहानीHimkar Shyamhttps://www.blogger.com/profile/18243305513572430435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-11715358386695299902015-07-18T23:12:41.546-07:002015-07-18T23:12:41.546-07:00भावनाओं का सुंदर निरूपण. बहुत बधाई गिरिजा जी.भावनाओं का सुंदर निरूपण. बहुत बधाई गिरिजा जी.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2294208973076847811.post-89695037264809406252015-07-15T06:08:40.208-07:002015-07-15T06:08:40.208-07:00 वाह .म्र्रुत्यु और जीवन ,का कितना सुन्दर चितरण क... वाह .म्र्रुत्यु और जीवन ,का कितना सुन्दर चितरण किया..एक पत्नी को माध्यम बना के..बहुत ही सुन्दर...गिरिजा जी..आभारMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.com